ईमानदारी से कहूं तो मुस्लिम समाज में भी एक नए और आधुनिक समाज सुधार आन्दोलन की आवश्यकता है। शिक्षा, रोज़गार, आधुनिक दृष्टि, जेंडर जस्टिस और फ़िरक़ों के बीच की नफरत को दूर करने के लिए अगर एक व्यापक सामाजिक आन्दोलन इस समाज के भीतर हो सका तो वह न केवल मुसलमानों बल्कि पूरे देश के लिए शानदार होगा। अगर ऐसा आंदोलन पहले हुआ होता तो तीन तलाक़ समाज के भीतर से ही ख़त्म किया जा सकता था और उसका फ़ायदा उठाने का किसी और को मौक़ा नहीं मिलता।
बुरा समय एक अवसर भी होता है।
बुरा समय एक अवसर भी होता है।
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